-दीपक दुआ...
‘बाला, ओ बाला, ओ बाला...!’
अरे नहीं-नहीं, अक्षय बहुत समर्पित कलाकार हैं, गंजे ही हुए होंगे। और अक्षय ही क्यों, ‘बाला’ में आयुष्मान खुराना और ‘उजड़ा चमन’
में सन्नी सिंह ने तो जरूर इन फिल्मों के लिए अपना सिर खाली किया होगा।
इस तरह की ढेरों बातें आपके जेहन में भी आती होंगी। दरअसल सच यह है कि ये सब मेकअप का ही कमाल है। लेकिन ऐसा कैसा मेकअप, कि वह कहीं से भी मेकअप नहीं लग रहा है? दरअसल मेकअप की इस आधुनिक विधा को हम प्रोस्थेटिक के नाम से जानते हैं और अब सिर्फ हॉलीवुड में ही नहीं बल्कि अपने यहां भी इस कला का खुल कर इस्तेमाल हो रहा है। बहुत सारे ऐसे प्रोस्थेटिक आर्टिस्ट हैं जो हिन्दी समेत तमाम भारतीय फिल्मों में कलाकारों को उनके किरदारों के मुताबिक इस तरह से बदल रहे हैं कि न सिर्फ दर्शक बल्कि खुद वे कलाकार भी अचंभित रह जाते हैं कि उन्हें क्या से क्या बना दिया गया। जल्द आ रही ‘बाला’ में आयुष्मान खुराना और ‘उजड़ा चमन’
में सन्नी सिंह के टकले वाले लुक को देख कर कहीं से भी यह नहीं लगता कि यह प्रोस्थेटिक का कमाल है। खास बात यह है कि ‘हाऊसफुल 4’ हो, ‘बाला’,
‘उजड़ा चमन’ या पिछले दिनों आई ‘छिछोरे’ में तमाम प्रमुख कलाकारों का अधेड़ उम्र वाला मेकअप,
इन्हें करने का श्रेय जाता है राष्ट्रीय पुरस्कार पा चुकीं मेकअप आर्टिस्ट प्रीतिशील सिंह को।

आने वाली ढेरों बड़े बजट की फिल्मों में प्रीतिशील का काम देखने को मिलेगा। साथ ही वह कैरेक्टर डिजाइनिंग का एक स्कूल भी शुरू करने जा रही हैं ताकि यहां के मेकअप आर्टिस्ट को विदेशों की बजाय यहीं पर ही सारी ट्रेनिंग दी सके।
(मेरा यह आलेख ‘हिन्दुस्तान’
में 10 नवंबर,
2019 को प्रकाशित हो चुका है।)
बेहतरीन आलेख सर 💐
ReplyDeleteशुक्रिया... आभार...
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