-दीपक दुआ
करीब साल भर से फाका झेल रहे सिनेमाघरों में पुरानी रौनकें लौटने वाली हैं। साल 2020 के मार्च महीने की 13 तारीख को इरफान वाली फिल्म ‘अंग्रेजी मीडियम’ की रिलीज़ के दिनों में ही विभिन्न राज्यों ने सिनेमाघर बंद करने शुरू कर दिए थे और फिर पूरे देश में लॉकडाउन के चलते सिनेमाघरों पर ताले ही लग गए थे। बाद में थिएटर खुले भी तो सख्त दिशा-निर्देशों, बड़ी फिल्मों की कमी और भीड़भाड़ से दूर रहने की ज्यादातार दर्शकों की कोशिशों ने इन्हें सफल नहीं होने दिया और बहुत सारे थिएटर फिर से बंद हो गए। लेकिन अब उम्मीद है कि सिनेमाघरों में पहले वाली रौनकें फिर से दिखेंगी। उम्मीद की यह रोशनी यशराज फिल्म्स के उस ऐलान के बाद आई जिसमें उन्होंने इस साल रिलीज़ होने वाली अपनी पांच बड़ी फिल्मों की तारीखें घोषित कीं। उनके इस ऐलान के बाद और भी कई निर्माताओं ने अपनी फिल्में थिएटरों में लाने की घोषणा कर डाली। तो आइए,
यशराज की उन पांचों फिल्मों पर नज़र दौड़ा ली जाए, जो इस साल आ रही है-
संदीप के साथ पिंकी
यशराज ने जिन फिल्मों को थिएटरों में लाने की घोषणा की है उनमें से पहली है अर्जुन कपूर और परिणीति चोपड़ा वाली ‘संदीप और पिंकी फरार’। किसी से बच कर भाग रही संदीप कौर और उसकी मदद कर रहे पिंकेश दहिया की इस कहानी के निर्देशक वह दिवाकर बैनर्जी हैं जो ‘खोसला का घोसला’,
‘ओए लकी लकी ओए’ जैसी अलग मिजाज की फिल्मों के लिए जाने जाते हैं। रघुबीर यादव, नीना गुप्ता, जयदीप अहलावत जैसे कलाकार भी इस फिल्म में दिखाई देंगे। अगर सब ठीक रहता तो इस फिल्म को पिछले साल 20 मार्च को आना था लेकिन अब यह इस साल 19 मार्च को रिलीज होगी।
बबली के साथ बंटी
सैफ अली खान और रानी मुखर्जी वाली ‘बंटी और बबली 2’ इस साल यशराज से आने वाली दूसरी बड़ी फिल्म होगी। 2005 में यशराज से ही शाद अली के निर्देशन में अभिषेक बच्चन, रानी मुखर्जी, अमिताभ बच्चन वाली ‘बंटी और बबली’ आई थी। लेकिन इस फिल्म के डायरेक्टर शाद अली नहीं बल्कि यशराज में काम करने वाले वह वरुण वी. शर्मा हैं जो ‘भारत’,
‘किल दिल’,
‘टाईगर जिंदा है’ जैसी फिल्मों में अपना सहयोग दे चुके हैं। बतौर निर्देशक यह उनकी पहली फिल्म होगी जिसमें सिद्धांत चतुर्वेदी और शरवरी वाघ जूनियर बंटी और बबली के किरदारों में दिखेंगे। सिद्धांत ‘गली बॉय’ में एम.सी. शेर के रोल में काफी सराहे गए थे जबकि शरवरी की बतौर नायिका यह पहली फिल्म होगी। इस फिल्म को पिछले साल 26 जून को आना था लेकिन अब यह इस साल 23 अप्रैल को रिलीज होगी।
शमशेरा का संघर्ष
25 जून को रणबीर कपूर, वाणी कपूर और संजय दत्त वाली ‘शमशेरा’ आएगी। ‘अग्निपथ’ और ‘ब्रदर्स’ बना चुके करण मल्होत्रा की इस फिल्म की शूटिंग पिछले साल लॉकडाउन खुलने के बाद अगस्त में फिर से शुरू हुई थी। हालांकि इस फिल्म की घोषणा मई,
2018 में हुई थी लेकिन इसकी शूटिंग काफी धीरे-धीरे आगे बढ़ने की वजह से इसके बनने में लंबा समय लग गया। रोनित रॉय और इरावती हर्षे भी इस फिल्म में दिखाई देंगे। ब्रिटिश हुकूमत के दिनों में डकैत करार दी गई एक जनजाति के लोगों के अंग्रेजी सरकार के खिलाफ उठ खड़े होने की कहानी पर बनी यह एक बड़े बजट की पीरियड फिल्म होगी।
जयेश भाई का ज़ोर
रणवीर सिंह ‘जयेशभाई ज़ोरदार’ में एक गुजराती युवक जयेश की भूमिका में दिखाई देंगे जो औरतों और मर्दों को बराबर मानता है। तेलुगू फिल्मों की अदाकारा शालिनी पांडेय इस फिल्म से हिन्दी में अपनी बड़ी शुरूआत करने जा रही हैं जिसमें बोमन ईरानी, रत्ना पाठक शाह और गुजराती अभिनेत्री दीक्षा जोशी भी होंगी। खास बात यह भी है कि इस फिल्म के निर्देशक दिव्यांग ठक्कर भी गुजराती सिनेमा के अभिनेता हैं और बतौर निर्देशक यह उनकी पहली फिल्म होगी। पिछले साल गांधी जयंती पर आने के लिए तय की गई यह फिल्म अब 27 अगस्त को आएगी।
अक्षय की पृथ्वीराज
दिवाली के मौके पर अक्सर यशराज वाले साल की सबसे बड़ी फिल्म लेकर आते हैं। कोरोना की मार न पड़ती तो पिछले साल दिवाली पर ‘पृथ्वीराज’ आती। पृथ्वीराज चौहान के जीवन को पर्दे पर लाने वाली इस फिल्म को सबसे पहले 2010 में सनी देओल और ऐश्वर्या राय को लेकर बनाए जाने की चर्चा हुई थी। आखिर 2019 में अक्षय कुमार के साथ इसे बनाने की घोषणा हुई और संयोगिता के रोल के लिए मिस वर्ल्ड रह चुकीं मानुषी छिल्लर को लिया गया। इनके अलावा फिल्म में संजय दत्त, आशुतोष राणा, सोनू सूद,
मनोज जोशी, साक्षी तंवर, मानव विज आदि भी होंगे। लेखक-निर्देशक चंद्रप्रकाश द्विवेदी की ऐतिहासिक विषयों पर अनोखी पकड़ के चलते इस फिल्म से बड़ी उम्मीदें रखी जा रही हैं। इस साल दिवाली के मौके पर 5 नवंबर को रिलीज होने वाली इस फिल्म की अभी कोई तस्वीर जारी नहीं की गई है।
पिछले कुछ सालों में यशराज से जब भी कोई बड़ी फिल्म आती थी तो ये लोग थिएटरों की टिकटों के रेट बढ़ा दिया करते थे। उम्मीद की जानी चाहिए कि इस साल ये ऐसा नहीं करेंगे। बल्कि यह भी उम्मीद की जानी चाहिए कि सिनेमाघरों में दर्शकों की आवक को फिर से सुनिश्चित करने के लिए थिएटर-मालिक और फिल्म निर्माता टिकटों के दाम पहले से कम भी रखेंगे। सरकारें भी चाहें तो मनोरंजन कर में छूट देकर सिने-उद्योग को ऑक्सीजन प्रदान कर सकती हैं।
(दीपक दुआ फिल्म समीक्षक व पत्रकार हैं। 1993 से फिल्म-पत्रकारिता में सक्रिय। मिजाज़ से घुमक्कड़। अपने ब्लॉग ‘सिनेयात्रा डॉट कॉम’ (www.cineyatra.com) के अलावा विभिन्न समाचार पत्रों, पत्रिकाओं,
न्यूज पोर्टल आदि के लिए नियमित लिखने वाले दीपक ‘फिल्म क्रिटिक्स गिल्ड’ के सदस्य हैं और रेडियो व टी.वी. से भी जुड़े हुए हैं।)
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