Wednesday 11 October 2017

बुड्ढा होगा तेरा बाप...!


-दीपक दुआ...
आज अमिताभ बच्चन 75 के हो चले हैं। इस उम्र में भी वह अपनी गतिशीलता से किसी भी युवा को पीछे छोड़ते नजर आते हैं। अपने भीतर के जवान को उन्होंने हमेशा जवान रखा है और शायद इसीलिए वह किसी को भी बेफिक्र, बेशक, बिंदास होकर कह सकते हैं-बुड्ढा होगा तेरा बाप...!

दिल्ली, मुंबई या कहीं भी, जब किसी हिन्दी फिल्म की प्रैस-कांफ्रैंस होती है तो यही मान लिया जाता है कि वह देर से ही शुरू होगी। और अगर उसमें कोई बड़ा फिल्म स्टार रहा हो तो यह देरी कुछ घंटों की भी हो सकती है। लेकिन अगर उस फिल्म में अमिताभ बच्चन हों और वह उस कांफ्रैंस में रहे हों तो सारा मीडिया तय वक्त से पहले वहां मौजूद होता है। कारण अमिताभ बच्चन को करीब से देखने का क्रेज नहीं बल्कि समय का पाबंद होने की उनकी वह छवि होती है जो समय के साथ-साथ और पुख्ता ही हुई। दरअसल वक्त की पाबंदी, अपने से आधी उम्र के निर्देशकों को भी सरकहने, सैट पर सबके सामने अपनी डायलॉग-शीट लेकर बेझिझक अपने संवाद दोहराने, हर छोटे-बड़े कलाकार को आदर देने और किसी भी उम्र के शख्स को भाई साहबकहने जैसे कई ऐसे गुण अमिताभ के अंदर शुरू से अब तक हैं जो उन्हें जमीन से जोड़े रखते हैं। यही कारण है कि हर कोई उनके साथ काम करके सुकून महसूस करता है। उन्हें लगता है कि वह अपनी ही उम्र के किसी उत्साही युवा के साथ कंधे से कंधा मिला कर खड़े हैं। और अमिताभ सरीखा कोई उत्साही युवा ही बुलंद आवाज में यह नारा बुलंद कर सकता है-बुड्डा होगा तेरा बाप...!

करीब पांच दशक से अमिताभ फिल्म इंडस्ट्री में हैं लेकिन आज भी उन्हें ध्यान में रख कर किरदार लिखे जा रहे हैं और उन्हें फोकस करके कहानियां बुनी जा रही हैं। मीडिया के लिए वह आज भी सबसे बड़ा ब्रांड हैं। टी.वी. पर आने वाले उनके शो कौन बनेगा करोड़पतिके हर सीजन का बेसब्री से इंतजार होता है। विज्ञापनों की दुनिया के वह बेताज बादशाह हैं। ढेरों फिल्मकार हैं जो अभी भी उनके साथ काम करने को लालायित हैं क्योंकि ऐसा माना जाने लगा है कि किसी भी फिल्मकार का कैरियर तब तक अधूरा है जब तक उसने अमिताभ बच्चन के साथ काम किया हो। उनकी कई फिल्में फ्लोर पर जाने के लिए हमेशा तैयार रहती हैं और यह सब तब है जबकि 75 साल का यह शख्स ढेरों बीमारियां अपने शरीर में लिए घूम रहा है। इलेक्ट्रॉनिक्स गैजेट्स के प्रति उनकी दीवानगी उन्हें किसी 16 साल के किशोर सरीखा उत्साही बना देती है तो सोशल नैटवर्किंग साईट्स पर वह अपने एक-एक शब्द से लाखों-करोड़ों लोगों को प्रभावित करते हैं। इतना सब कुछ एक साथ सिर्फ वही कर सकता है जो ताल ठोक कर (सिवाय अभिषेक बच्चन के) पूरी दुनिया को यह चुनौती दे सकता हो-बुड्डा होगा तेरा बाप...!
 
अमिताभ पर जितना लिखा जाए, कम होगा। बस, यह कह देना काफी है कि 75 की उम्र में अमिताभ ही वह शख्स हो सकते हैं जो काल के कपाल को हौले से थपथपा कर कह सकें-बुड्डा होगा तेरा बाप...!

(दीपक दुआ फिल्म समीक्षक व पत्रकार हैं। 1993 से फिल्म-पत्रकारिता में सक्रिय। मिजाज से घुमक्कड़। अपनी वेबसाइट सिनेयात्रा डॉट कॉम (www.cineyatra.com) के अलावा विभिन्न समाचार पत्रों, पत्रिकाओं, न्यूज पोर्टल आदि के लिए नियमित लिखने वाले दीपक रेडियो व टी.वी. से भी जुड़े हुए हैं।)


2 comments:

  1. Dil jawan to sharir kya chiz hai bhai sahab...Big B ka andaz itna nirala hai ki nirala bhi apne aap pe uthaye ki use bachchan sahab se judne ka mauka mila ..Hum ummid karte hain ki ane wale or kai dashak tk amitabh ji yunhi jawan bane rahen...
    Thank u so much...Inna achh review likh e ke lie

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  2. Amazing blog and very interesting stuff you got here! I definitely learned a lot from reading through some of your earlier posts as well and decided to drop a comment on this one!

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