Sunday, 26 July 2020

स्पॉट बॉय से ‘माई क्लाईंट्स वाइफ’ तक का सफर

-दीपक दुआ...
क्या आप यकीन करेंगे कि अपनी फिल्म इंडस्ट्री में एक निर्देशक ऐसा भी है जिसकी बनाई तीन शॉर्ट-फिल्मों को तकरीबन 19 करोड़ लोग देख चुके हैं लेकिन इस शख्स की शुरूआत फिल्मों के सैट पर दूसरों को चाय-पानी पिलाने वाले स्पॉट बॉय के तौर पर हुई थी। इस निर्देशक की पहली फीचर फिल्ममाई क्लाईंट्स वाइफ’ 31 जुलाई, 2020 को रही है। इनका नाम है प्रभाकरमीना भास्करपंत। आप पूछेंगे कि यह कैसा नाम? तो इसका जवाब यह है कि प्रभाकर पंत नाम के इन निर्देशक महोदय ने अपने नाम में अपने माता-पिता का नाम भी शामिल कर रखा है।

शॉर्ट फिल्म-लंच विद माई फ्रेंड्स वाइफ 
उत्तराखंड के एक छोटे-से पहाड़ी गांव के रहने वाले प्रभाकर ने दिल्ली से पढ़ाई करने के बाद जब मुंबई की राह पकड़ी तो उनके पास तो कोई जान-पहचान थी और ही कोई ट्रेनिंग। बस थी तो सिनेमा के प्रति दीवानगी, कहानी कहने का हुनर और कुछ कर दिखाने का जज़्बा। फिल्मों के सैट पर स्पॉट बॉय के तौर पर फिल्म निर्माण से जुड़े तमाम कामों को नज़दीक से देखते-समझते हुए प्रभाकर आगे बढ़ते गए और करीब छह साल पहले उन्होंने अपनी पहली शॉर्ट-फिल्मलंच विद् माई फ्रैंड्स वाइफबनाई और उसे यू-ट्यूब पर डाल दिया। यह फिल्म इतनी ज़्यादा पसंद की गई कि इसे अब तक 13 करोड़ 82 लाख लोग देख चुके हैं। महज़ दो किरदारों वाली 15 मिनट की इस फिल्म में एक दोस्त अपने दोस्त के घर पर लंच करने के लिए आया हुआ है। घर पर सिर्फ दोस्त की पत्नी है। इस फिल्म का अंत आपको चौंका देता है। देखना चाहेंगे यह फिल्म? तो यहां क्लिक कीजिए।

शॉर्ट फिल्म-दैट संडे
इसके बाद प्रभाकर नेदैट संडेबनाई जिसे पिछले पांच साल में तकरीबन 4 करोड़ 60 लाख लोग देख चुके हैं। यह कहानी है एक ऐसे परिवार की जिसमें घर पर रहने वाले एक बीमार पति को नौकरी करने वाली अपनी पत्नी का एक वीडियो मिलता है। क्या हुआ था उसकी पत्नी के साथ? 15 मिनट की यह फिल्म जैसे-जैसे आगे बढ़ती है, हमारी उत्सुकता बढ़ती जाती है और जब हकीकत सामने आती है तो...! इस फिल्म को देखना चाहें तो यहां क्लिक कीजिए।

शॉर्ट फिल्म-चुंबक
करीब तीन साल पहले प्रभाकर ने अपनी तीसरी शॉर्ट-फिल्मचुंबकबनाई। एक थ्रिलर का अहसास देती इस फिल्म में एक पत्नी अपने पति की छाती पर चढ़ कर लगातार उसे चाकू मार रही है और उनका बेटा छुप कर यह देख रहा है। क्या कारण है, क्यों मारा उसने अपने पति को...? इस फिल्म को अभी तक करीब 56 लाख लोग देख चुके हैं और इसे फिल्म फेयर समेत कई नामी मंचों पर नॉमिनेट भी किया जा चुका है। खुद मेरी नज़र में यह प्रभाकर की तीनों शॉर्ट-फिल्मों में से यह सबसे मैच्योर फिल्म है। इसे देखने के लिए यहां क्लिक कीजिए।

निर्देशक प्रभाकर 'मीना भास्कर' पंत
इन तीनों ही फिल्मों की खासियत यह है कि इन तीनों की ही थीम पति-पत्नी के रिश्तों में अनजाने में उभर आई जटिलताएं हैं। तीनों ही फिल्मों की कहानी में कहीं कहीं एक ट्विस्ट आता है जिसके बाद कहानी का रुख ही बदल जाता है। प्रभाकर कहते हैं कि मुझे इस तरह से कहानी कहना पसंद है।

अब प्रभाकर बतौर निर्देशक अपनी पहली फीचर फिल्ममाई क्लाईंट्स वाइफलेकर रहे हैं। इस फिल्म के बारे में प्रभाकर बताते हैं कि यह एक ज़बर्दस्त सस्पैंस थ्रिलर फिल्म है और मेरा दावा है कि इसे देखते हुए आपकी नज़रें स्क्रीन से नहीं हटेंगी और जब अंत में राज़ खुलेगा तो आप चौंक जाएंगे। शारिब हाशमी, अंजलि पाटिल, अभिमन्यु सिंह जैसे कलाकारों वाली इस फिल्म का ट्रेलर ही प्रभाकर पंत के दावे को पुख्ता साबित कर देता है। इस ट्रेलर को यहां क्लिक करके देखिए। यह फिल्मशेमारू मी बॉक्स ऑफिसऐप पर रिलीज़ हो रही है जिसे देखने के लिए पूरे ऐप का सब्सक्रिप्शन लेने की बजाय महज़ 100 रुपए देकर इसे तीन दिन के लिए खरीदा जा सकता है। शेमारू ने इसेथिएटर का मज़ा घर पेका नाम दिया है और इसके लिए बुक माई शो से भी टिकट बुक की जा सकती है।
(दीपक दुआ फिल्म समीक्षक पत्रकार हैं। 1993 से फिल्म-पत्रकारिता में सक्रिय। मिजाज़ से घुमक्कड़। अपने ब्लॉग सिनेयात्रा डॉट कॉम (www.cineyatra.com) के अलावा विभिन्न समाचार पत्रों, पत्रिकाओं, न्यूज पोर्टल आदि के लिए नियमित लिखने वाले दीपक फिल्म क्रिटिक्स गिल्डके सदस्य हैं और रेडियो टी.वी. से भी जुड़े हुए हैं।)

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