-दीपक दुआ...
भारत के चुनिंदा फिल्म समीक्षकों की संस्था ‘फिल्म क्रिटिक्स गिल्ड’ हर साल की तरह इस बार भी ‘क्रिटिक्स चॉइस अवार्ड’ देने जा रही हैं। अनुपमा चोपड़ा की अध्यक्षता वाली इस गिल्ड के सदस्यों में देश भर के नामी फिल्म समीक्षक हैं। इस बार होने जा रहे अवार्ड्स के लिए आईं सैंकड़ों शॉर्ट-फिल्मों को क्रिटिक्स की कई टीमों ने देखा और कई राउंड्स के बाद चुनिंदा फिल्मों को फाईनल में जगह मिली। अब इन फिल्मों को गिल्ड के तमाम सदस्य रैंकिंग दे रहे हैं जिनमें से सर्वश्रेष्ठ को पुरस्कृत किया जाएगा। इन फिल्मों में से काफी सारी किसी न किसी ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध हैं। चाहें तो आप भी इन्हें देख सकते हैं। कुछ के लिंक इस आलेख में भी हैं। आइए, ज़रा इन पांच पुरस्कारों के लिए नामांकित हुई फिल्मों पर नज़र डालें-
बैस्ट शॉर्ट-फिल्म (फिक्शन) के लिए तमिल की ‘बी. सेल्वी एंड डॉटर्स’ (ट्रेलर का लिंक) , गुजराती की ‘धुम्मस’, हिन्दी की ‘बेबाक’ (ट्रेलर का लिंक), बिना संवादों की ‘मील’ (फिल्म का लिंक) और हिन्दी की ‘द बूथ’ शामिल हैं।
बैस्ट डायरेक्टर (फिक्शन) के लिए तमिल की ‘बी. सेल्वी एंड डॉटर्स’ की डायरेक्टर दृश्या, हिन्दी की ‘बेबाक’ की डायरेक्टर शाज़िया इक़बाल, बिना संवादों की ‘मील’ के निर्देशक अभिरूप बसु और हिन्दी की ‘द बूथ’ के निर्देशक रोहिन रविंद्रन नायर और हिन्दी की ‘संडे’ के निर्देशक अरुण फुलारा के बीच मुकाबला है।
बैस्ट राइटर के लिए गुजराती की ‘धुम्मस’ को लिखने वाले नैनिशा डेढिया व के.आर. मीरा, हिन्दी की ‘बेबाक’ की लेखिका शाज़िया इक़बाल, बिना संवादों की ‘मील’ को लिखने वाले अभिरूप बसु, हिन्दी की ‘द बूथ’ के लेखक रोहिन रविंद्रन नायर और हिन्दी की ‘ब्रिज’ (फिल्म का लिंक) के बिक्रमजीत गुप्ता के बीच टक्कर है।
बैस्ट एक्टर के लिए हिन्दी की ‘संडे’ के लिए श्रीकांत मोहन यादव, हिन्दी की ‘नाप’ के लिए विपिन शर्मा, हिन्दी की ‘आधीन’ (फिल्म का लिंक) के लिए संजय मिश्रा,
बिना संवादों की ‘मील’ के आदिल हुसैन और बांग्ला फिल्म ‘घुन्न’ के राजा चक्रवर्ती के बीच मुकाबला हो रहा है।
बैस्ट एक्ट्रैस के लिए तमिल की ‘बी. सेल्वी एंड डॉटर्स’ की कलैरानी, हिन्दी की ‘बेबाक’ की साराह हाशमी,
हिन्दी की ‘द बूथ’ की अमृता सुभाष, हिन्दी की ही ‘एवरीथिंग इज़ फाइन’ (फिल्म का लिंक) की सीमा पाहवा और गुजराती की ‘धुम्मस’ की प्रमोदिनी नानावटी के बीच मुकाबला है।
(दीपक दुआ फिल्म समीक्षक व पत्रकार हैं। 1993 से फिल्म-पत्रकारिता में सक्रिय। मिजाज़ से घुमक्कड़। अपने ब्लॉग ‘सिनेयात्रा डॉट कॉम’ (www.cineyatra.com) के अलावा विभिन्न समाचार पत्रों, पत्रिकाओं,
न्यूज पोर्टल आदि के लिए नियमित लिखने वाले दीपक ‘फिल्म क्रिटिक्स गिल्ड’ के सदस्य हैं और रेडियो व टी.वी. से भी जुड़े हुए हैं।)
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