-दीपक दुआ…
कॉमिक्स के पन्नों से निकल कर फिल्मों के बड़े पर्दे पर आने वाले किरदारों को आपने हमेशा ही पसंद किया है। फिर चाहे वह सुपरमैन हो या स्पाइडर मैन, हल्क हो या मोगली, ये कैरेक्टर जब भी किसी फिल्म में आए तो इन्हें सराहा ही गया। और अब अपने देसी कार्टून मोटू-पतलू बहुत जल्द एक फिल्म में दिखाई देंगे जिसका नाम है ‘मोटू पतलू और किंग ऑफ किंग्स’।
बता दें कि मोटू-पतलू दरअसल ‘लोटपोट’ नाम की एक कॉमिक्स के किरदार हैं जिसका प्रकाशन 1969 में दिल्ली से शुरू हुआ था। इस कॉमिक्स में मोटू और पतलू को आमतौर पर बेवकूफ दिखाया जाता रहा है जिनकी ऊल-जलूल हरकतों पर हंसी आती है। लेकिन अपनी इन्हीं हरकतों के साथ-साथ मोटू-पतलू अक्सर ऐसे-ऐसे कारनामें कर बैठते हैं कि लोग तालियां बजा उठते हैं। इस काम में मास्टर घसीटा राम, डॉ. झटका, चेला राम, ढेला राम और अंगूठानंद जैसे दूसरे किरदार भी इनका साथ निभाते आए हैं।
इन किरदारों को लेकर कुछ साल पहले एक टी.वी. शो भी बना था और अब केतन मेहता जैसे दिग्गज फिल्मकार की कंपनी माया डिजिटल स्टूडियो ने इन्हें लेकर यह एनिमेशन फिल्म ही बना डाली है जो 14 अक्टूबर को रिलीज हो रही है। सुहास डी. कदव निर्देशित इस फिल्म में मोटू-पतलू फुरफुरी नगरिया में रहते हैं। सर्कस से भाग निकले एक शेर को पकड़ने का जिम्मा इन्हें मिला है लेकिन पकड़े जाने पर वह शेर कहता है कि उसे वापस सर्कस की बजाय जंगल में छोड़ दिया जाए। मगर जंगल में तो पहले से ही हाय-तौबा मची हुई है। कुछ लोग जंगल को नष्ट करके वहां शहर बसाने पर आमादा हैं। ऐसे में वह शेर और मोटू-पतलू कैसे इस मुश्किल का हल निकालते हैं, यह इस फिल्म में दिखाया गया है।
सुहास कहते हैं कि यह फिल्म सिर्फ बच्चों के लिए ही नहीं है बल्कि इसे उनके मम्मी-पापा भी पसंद करेंगे क्योंकि मोटू-पतलू को उन्होंने भी पढ़ा है। फिर इस फिल्म में पर्यावरण को बचाने का जो संदेश दिया गया है, वह भी सभी के लिए है। खास बात यह भी है कि इस फिल्म के गाने गुलजार ने लिखे हैं और म्यूजिक विशाल भारद्वाज का है।
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