-दीपक दुआ
नवाजुद्दीन सिद्दीकी जैसे कलाकार से ढेरों बातें हो सकती हैं। पर जब बात फोन पर हो और मकसद सिर्फ अपने कॉलम का पेट भरना हो, तो ऐसी ही फटाफट बातें होती हैं जो ‘आउटलुक-हिन्दी’ के नए अंक में छपी हैं। आप भी पढ़ लीजिए-
अभी तक ज्यादातर गंभीर भूमिकाएं करते रहे नवाजुद्दीन सिद्दीकी 'फ्रीकी अली' में काॅमेडी और रोमांस करते दिखाई दे रहे हैं।
-किसी मसालेदार मनोरंजक फिल्म में पहली बार हीरो बन कर आने का अनुभव कैसा है?
-मैं बहुत उत्साहित हूं। इस फिल्म में कॉमेडी भी कर रहा हूं और रोमांस भी। मगर यह रोमांस कुछ अलग किस्म का होगा।
-क्या यह फिल्म निर्माता सलमान खान की वजह से की?
-नहीं, मुझे इसके डायरेक्टर सोहेल ने ज्यादा प्रभावित किया। इसकी कहानी मुझे अच्छी लगी कि कैसे एक आम आदमी गोल्फ-किंग बन जाता है।
-काॅमेडी करना कितना मुश्किल रहा?
-सच तो यह है कि काॅमेडी करना मेरे लिए हमेशा से आसान रहा है। थिएटर के जमाने में मैं ज्यादातर हास्य भूमिकाएं ही किया करता था।
-गंभीर भूमिकाएं खुद पर कितना असर डालती रही हैं?
-मैं कभी कोई किरदार घर लेकर नहीं जाता। कैमरा ऑफ होने के बाद सब गायब। सिर्फ रमन राघव ने कुछ समय तक मुझ पर असर छोड़ा था।
-क्या आगे ऐसी और भी कमर्शियल फिल्मों में आएंगे?
-मेरे लिए कोई भी फिल्म सिर्फ एक फिल्म होती है। अपने किरदार को निभाने का एक माध्यम। कमर्शियल या आर्ट जैसे वर्गीकरण में मैं यकीन नहीं करता।
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