-दीपक दुआ...
यशराज फिल्म्स ने सलमान खान और कैटरीना कैफ वाली सुपरहिट फिल्म ‘एक था टाईगर’ का अगला भाग यानी सीक्वेल ‘टाईगर जिंदा है’ बनाने की घोषणा कर दी है। पर क्या यह फिल्म पिछली वाली फिल्म से इक्कीस साबित होगी? एक नजर।

सीक्वेल की थी गुंजाइश-
‘एक था टाईगर’ में सलमान खान भारतीय खुफिया एजेंसी रॉ के एजेंट बने थे जिसका कोड नेम था-टाईगर। एक मिशन के लिए डबलिन गए टाईगर का सामना पाकिस्तानी जासूस जोया यानी कैटरीना कैफ से होता है और दोनों एक-दूसरे से मोहब्बत कर बैठते हैं। इसके बाद दौड़-भाग और छुपा-छुपी का लंबा खेल चलता है और अंत में टाईगर अपने बॉस को फोन पर कहता है कि वह और जोया उस दिन सामने आएंगे जब भारत और पाकिस्तान को अपनी-अपनी खुफिया एजेंसियों की जरूरत ही नहीं होगी। इस फिल्म के अंत में दर्शकों को अहसास हो जाता है कि अगर कोशिश की जाए तो इस कहानी का अगला भाग यानी सीक्वेल बन सकता है और अब यही होने भी जा रहा है।
बदल गए निर्देशक-
‘एक था टाईगर’ को उन कबीर खान ने बनाया था जो इससे पहले यशराज बैनर के लिए ‘काबुल एक्सप्रैस’ और ‘न्यूयॉर्क’ बना चुके थे। लेकिन ‘एक था टाईगर’ के बाद कबीर ने यशराज फिल्म्स को अलविदा कह दिया और सलमान खान के लिए ‘बजरंगी भाईजान’ व साजिद नाडियाडवाला के लिए ‘फैंटम’ बनाईं। इस समय वह सलमान खान के लिए भारत-चीन युद्ध पर ‘ट्यूबलाइट’ बना रहे हैं। ऐसे में ‘टाईगर जिंदा है’ के डायरेक्शन का जिम्मा दिया गया है उन अली अब्बास जफर को जो शुरू से ही यशराज के साथ जुड़े हुए हैं और अभी तक उनके लिए ‘मेरे ब्रदर की दुल्हन’, ‘गुंडे’ व ‘सुलतान’ बना चुके हैं। प्रमुख जोड़ी वही पुरानी यानी सलमान खान और कैटरीना कैफ की ही होगी। वैसे अब इस जोड़ी को देखना दिलचस्प होगा क्योंकि ‘एक था टाईगर’ के समय इन दोनों की नजदीकियां चरम पर थीं मगर उसके बाद से इनके बीच दूरियां बढ़ चुकी हैं और जाहिर है इनकी आपसी कैमिस्ट्री में भी फर्क आ चुका होगा।
क्रिसमस पर साधा निशाना’
‘टाईगर जिंदा है’ की शूटिंग अगले साल मार्च में शुरू होगी और इसे रिलीज किया जाएगा 2017 के अंत में क्रिसमस के मौके पर। दीवाली और ईद के बाद पिछले कुछ साल से क्रिसमस वाले हफ्ते को भी फिल्मी कारोबारियों ने भुनाना शुरू कर दिया है और इसका सबसे ज्यादा श्रेय आमिर खान और उनकी फिल्मों को ही जाता है। यहां तक कि इस साल भी क्रिसमस पर आमिर की ही ‘दंगल’ आ रही है। ऐसे में 2017 के क्रिसमस पर सलमान की फिल्म का आना एक तरह से आमिर के गढ़ में सेंध लगाने जैसा होगा। ईद पर सलमान का कब्जा रहता ही है। कई बार वह दीवाली पर भी कामयाबी का मजा ले चुके हैं। ऐसे में यह देखना दिलचस्प होगा कि क्रिसमस उनके लिए कितना फलदायी होगा।
(यह आलेख ‘हरिभूमि’ में 18 सितंबर, 2016 के ‘रविवार भारती’ परिशिष्ट में प्रकाशित हुआ है।)
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